SBI के 70 साल: भारतीय बैंकिंग की रीढ़ की हकीकत
1 जुलाई 2025 को भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने स्थापना के 70 साल पूरे किए। 1955 में स्थापित SBI आज भारत का सबसे बड़ा और भरोसेमंद बैंक है, जिसकी 52 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों की मजबूत नींव है।
ग्रामीण भारत में बैंकिंग पहुंच बढ़ाने से लेकर डिजिटल क्रांति और ग्रीन एनर्जी तक, SBI ने हर दशक में देश की जरूरतों के हिसाब से खुद को ढाला है।
SBI ने 1993 में अपने ऐतिहासिक IPO के जरिए दो मिलियन से ज्यादा शेयरधारकों को जोड़ा और 2025 में ₹1 लाख करोड़ का ऑपरेटिंग प्रॉफिट हासिल किया। बैंक की बैलेंस शीट अब ₹66 लाख करोड़ तक पहुंच गई है और यह दुनिया के सबसे भरोसेमंद बैंकों में शामिल हो गया है।
डिजिटल बैंकिंग, योनो ऐप, ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण, किसानों और छोटे व्यापारियों के लिए योजनाएं—SBI ने हर स्तर पर नवाचार किया है।
अब बैंक का फोकस ग्रीन एनर्जी, स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और फाइनेंशियल इंक्लूजन पर है, जिससे यह भारत के भविष्य को मजबूत बना रहा है।
SBI की 70 साल की यात्रा सिर्फ बैंकिंग नहीं, बल्कि भारत की आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी तरक्की की कहानी है।